8th Pay Commission : भारत के जितने भी केंद्रीय कर्मचारी हैं उन सभी के लिए एक जरूरी खबर है। दरअसल एक रिपोर्ट के अनुसार आपको बता दे की आठवां वेतन आयोग को पूरी तरह से लागू होने में भले ही 2028 तक का समय लग सकता है, पर इसका फायदा केंद्रीय कर्मचारियों को पहले से ही मिलना शुरू हो सकता है। इस रिपोर्ट से जुड़ी हुई डिटेल जानने के लिए इस खबर को पूरा पढ़ें।
8th Pay Commission : आठवां वेतन आयोग पर बड़ी खबर
आठवां वेतन आयोग को पूरी तरह लागू होने में भले ही 2018 तक समय लग सकता है पर इसका फायदा केंद्रीय कर्मचारियों को पहले से ही मिलना शुरू हो सकता है।
खबर के अनुसार यह आयोग एक जनवरी 2026 से ही लागू माना जाएगा। इसी तारीख से 50 लाख से अधिक केंद्रीय कर्मचारी और लगभग 65 लाख पेंशन भोगियों को नए कैलकुलेशन के आधार पर ही बड़ा हुआ वेतन और पेंशन मिल सकती है। इस आयोग का लाभ लाखों लोगों को मिलेगा। भले ही इसे लागू करने की प्रक्रिया 2028 तक पूरा हो।
दरअसल इसी साल जनवरी में मोदी कैबिनेट ने आठवां वेतन आयोग को मंजूरी दे दिए थे। इसका आधिकारिक नोटिफिकेशन अभी तक नहीं आया है और ना ही आयोग का गठन हुआ है। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि भले ही यह लागू बाद में हो लेकिन सैलरी जनवरी 2026 से ही लागू हो जाएगा।
फिटमेंट फैक्टर का फार्मूला
किसी भी वेतन आयोग में सैलेरी कैलकुलेशन के नए फिटमेंट फैक्टर बहुत ही मायने रखता है। यह बेसिकली एक मल्टीप्लायर होता है, जिस किसी कर्मचारी की मौजूदा बेसिक सैलरी₹7000 थी और सातवां वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था। इस फार्मूला के तहत न्यूनतम बेसिक सैलरी ₹7000 से बढ़कर सीधे 18000 रुपए तक हो गई थी।
आठवां वेतन आयोग का अब तक ऑफिशल नोटिफिकेशन नहीं आया है। इसको लेकर अब तक कई रिपोर्ट सामने आ चुका है। चीन में अलग-अलग ट्रीटमेंट फैक्टर की चर्चा की गया है। कुछ रिपोर्ट के अनुसार 1.92 तो कुछ में 2.86 तक के फिटमेंट फैक्टर की चर्चा किया गया है। एक संभावना यह जताया जा रहा है कि आयोग 2.46 पर फिटमेंट फैक्टर लागू कर सकता है।
मूल वेतन में मर्ज होगा महंगाई भत्ता
बता दे की कहां जा रहा है कि महंगाई भत्ते का मूल वेतन में ही मर्ज किया जा सकता है। वेतन आयोग के गठन के समय ऐसा मानकर चल जाता है की मूल वेतन की गणना महंगाई भत्ता को देखते हुए किया जाएगा। फिर अगले 10 या ज्यादा साल तक महंगाई बढ़ने के अनुसार इस मूल वेतन में राशि जोड़ी जाती है, जो महंगाई भत्ते के तौर पर जोड़कर दिया जाता है। इसीलिए ऐसा कहा जा रहा है कि आठवां वेतन आयोग की शुरुआत में ही महंगाई भत्ता, बेसिक सैलरी में ही मर्ज होगा। और इसलिए फिटमेंट फैक्टर ज्यादा 2.46 रहने का अनुमान लगाया जा रहा है।
किसकी कितनी बढ़ेगी सैलरी?
सैलेरी कैलकुलेशन के हिसाब से फिटमेंट फैक्टर को 2.46 मानकर कैलकुलेट कर सकते हैं। इसके मुताबिक न्यूनतम बेसिक सैलरी जो कि अभी ₹18000 है वह बढ़कर 44000 हो सकती है। यह लेवल फर्स्ट के कर्मचारियों के बेसिक सैलरी होगी। इसमें महंगाई भत्ता तो नहीं जुड़ेगा लेकिन शहरों के अनुसार HRA यानी हाउस रेंट अलाउंस जुड़ जाएगा।