Private Employees News : वर्तमान समय में प्राइवेट कर्मचारियों की संख्या की कमी नहीं है। ऐसे में अगर आप भी प्राइवेट कर्मचारी हैं और आपकी भी सैलरी से आपका पीएफ कटता है तो यह खबर आपके लिए बहुत ही काम का होने वाला हैं। दरअसल आपके लिए एक अच्छी खबर निकल कर आ रहा है। बता दे की अभी 11 साल बाद ईपीएफओ की ओर से प्राइवेट कर्मचारियों की पेंशन में बढ़ोतरी का फैसला लिए जा सकते हैं। आईए और जानते हैं नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से।
जैसा कि आप सभी को पता ही होगा कि कुछ ही दिनों में दिवाली का त्यौहार आने वाले हैं और दिवाली से पहले ही प्राइवेट कर्मचारियों को भी पेंशन बढ़ोतरी की बड़ी सौगात दिए जा सकते हैं। बता दे कि आप बीते कुछ समय से प्राइवेट कर्मचारी पेंशन बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं। वहीं अगर इस बैठक में बढ़ोतरी होता है तो 11 साल बाद लाखों पेंशनर्स को राहत मिल सकते हैं। आईए और जानते हैं नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से।
Private Employees News : कितना बढ़ेगा कर्मचारियों की न्यूनतम पेंशन
जानकारी के लिए बता दे कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की सर्वोच्च नीति निर्माण इकाई केंद्रीय न्यासी बोर्ड की बैठक अब आयोजित किए जाने वाले हैं। वहीं सूत्रों से मेरी जानकारी के मुताबिक बता दे कि यह बैठा के 13 और 15 अक्टूबर को बेंगलुरु में होने जा रहे हैं। वहीं इस बैठक में कर्मचारियों की न्यूनतम पेंशन बढ़ाने के प्रस्ताव पर बात किए जा सकते हैं। वही अभी यह फिलहाल ₹1000 है जानकारी के अनुसार इसे बढ़ाकर ₹2500 प्रति महीने करने पर बातचीत किए जा सकते हैं। वहीं अगर ऐसा होता है तो यह 11 साल बाद पहली बार पेंशन दर में बदलाव साबित होंगे। आईए और जानती हैं नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से।
Private Employees News : जानिए क्या है EPS -95
अब बात करते हैं कि EPS -95 क्या है तो बता दे कि कर्मचारी पेंशन योजना 1995 एक सामाजिक सुरक्षा योजना है। वही इस योजना के तहत रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों के तय पेंशन दिए जाते हैं। बता दे की स्कीम के तहत नियोक्ता कर्मचारी की सैलरी का 8.33% फंड में जमा करते हैं। जबकि केंद्र सरकार की ओर से इसमें 1.16% का योगदान दिए जाते हैं। वही यह योगदान ₹15000 की अधिकतम सैलरी पर कैप किए गए हैं।
Private Employees News : हर महीने दिए जाते हैं इतनी पेंशन
बता दे कि जैसे कि अगर किसी कर्मचारी के फंड में पर्याप्त राशि उपलब्ध नहीं है तो भी EPS -95 के तहत सरकार की हेल्प से कम से कम₹1000 पेंशन हर महीने दिए जाते हैं। लेकिन अब इतने समय बाद या फंड एक्चुरियल घाटे का सामना कर रहे हैं यानी एक तरह यूं कहले फंड में जितना पेंशन देने का वादा किए गए हैं उतना पैसा नहीं है।
वही EPS -95 के तहत 58 साल या उससे अधिक उम्र और कम से कम 10 साल की लगातार नौकरी वाले कर्मचारी नियमित पेंशन पाने के पात्र माने जाते हैं।
क्यों कर रहे कर्मचारी पेंशन बढ़ाने की मांग
बता दे की ट्रेड यूनियन और पेंशनर्स लंबे समय से पेंशन बढ़ाने को लेकर डिमांड कर रहे हैं। वहीं उनका कहना है कि आज के इस महंगाई के समय में ₹1000 की पेंशन से बुनियादी ज़रूरतें भी अधूरी रह जाते हैं। वही रिटायर कर्मचारी और संगठन का कहना है कि जिन्होंने सालों तक काम करके इस फंड में अपना योगदान दिए हैं। उन्हें इस महंगाई में इतनी कम पेंशन देना अनुचित और अपमानजनक ही हैं।
वही यूनियनों की ओर से 7500 की न्यूनतम पेंशन की मांग किए जा रहे हैं लेकिन मौजूदा स्थिति को देखते हुए इसे ₹2500 प्रति महीने तक बढ़ाने का प्रस्ताव रखे जा सकते हैं।
क्लेम प्रोसेस को बनाया डिजिटल
बता दे की ये बैठक 7 महीने बाद हो रहे हैं और 7 महीने बाद हो रही इस बैठक में EPFO 3.0 पर भी बातचीत हो सकते है। बता दे कि यह एक डिजिटल अपग्रेड प्रोजेक्ट है वही इस प्रोजेक्ट में EPF ट्रांजैक्शन और क्लेम प्रोसेस को पूरी तरह डिजिटल बना दिए गए हैं। वहीं इससे कर्मचारियों को पैसे की जरूरत पड़ने पर फंड निकालना और क्लेम करने का प्रक्रिया बेहद आसान हो जाएंगे।
EPFO 3.0 के तहत होंगे ये सुधार
बता दे की EPFO 3.0 के तहत 11 साल बाद कई सुधार किए जाने वाले हैं। वही इन सुधारो में कई चीजे शामिल हैं जैसे कि एटीएम और यूपीआई से पीएफ निकासी की सुविधा और ऑटो क्लेम सेटेलमेंट यानी तुरंत दावा निपटान, डिजिटल सेवाओं के जरिए पेपर लेस प्रक्रिया ओटीपी -बेस्ड वेरिफिकेशन सिस्टम, मृत्यु से जुड़े दावों की आसान प्रक्रिया, डाटा अपडेट और कलेक्शन सिस्टम को सरल बनाना आदि सुधार किए गए हैं।
वही सब मिलकर देख तो इस अक्टूबर की बैठक से कर्मचारियों और पेंशनर्स को डिजिटल सुविधा, तेज सेवा और बढ़ी हुई पेंशन के रूप में बड़ी सौगात मिल सकते हैं।