Traffic Rules : गाड़ी चलाने वालों के लिए जारी हुआ नया नियम, गाड़ी होगा सीज, लाइसेंस होगा रद्द, 5 साल के लिए होगी जेल।

Traffic Rules : दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं सड़क एक्सीडेंट पर रोकथाम लगाने के लिए सरकार की तरफ से कई नए रूल बनाए गए हैं। वहीं ट्रैफिक नियम भी दिन प्रतिदिन सख्त होते जा रहे हैं। ऐसे में अगर आप नियमों का पालन नहीं करते हैं तुम मोटा जुर्माना भरना पड़ सकता है। आपको बता दे कि अब ओवर स्पीड वाहन चलाने पर आपके ऊपर बहुत ही महंगा चालान कट सकता है। आईए और जानते हैं नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से।

वर्तमान समय में अक्सर व्यक्ति सफर करते हैं वही सफर को कम समय में पूरा करने के लिए ओवर स्पीड वाहन चलते हैं। बता दे क्यों ओवर स्पीड गाड़ी चलाने से एक्सीडेंट के कई मामले सामने दिन प्रतिदिन आते रहते हैं। बता दे कि भारत में ज्यादातर एक्सीडेंट की वजह ओवर स्पीडिंग है। वहीं कई बार जल्दबाजी इतना भारी पड़ जाता है कि व्यक्तियों को जान तक गवना पड़ता हैं। यही वजह है कि ओवर स्पीडिंग के लिए सख्त ट्रैफिक नियम बनाए गए हैं। आईए आपको बताते हैं कि अगर आप भी इस तरह की गलती करते हैं तो आपको कितने रुपए का जुर्माना भरना पड़ सकता है।

Traffic Rules : ओवर स्पीडिंग वाहन चलाने के नुकसान

आज के इस लेख में हम आप सभी व्यक्तियों को बताएंगे कि आखिर मोटर व्हीकल एक्ट के किस सेक्शन के तहत काटा जाता है। वहीं इसके अलावा आपको इस बात की भी जानकारी देंगे की पहली गलती पर कितने का चालान और दूसरी गलती पर कितने रुपए का चलन आपको भरना पड़ेगा।

किस सेक्शन के तहत होता है ओवर स्पीड का चालान

बता दे की मोटर व्हीकल एक्ट के सेक्शन 112.1/ 183(1) के तहत ओवर स्पीड करने वालों का ट्रैफिक चालान काटने का नियम है। वही पहले गलती करने पर दिल्ली में ₹2000 का चलान कटता है। वहीं अगर कोई व्यक्ति इस गलती को दोहराते हैं तो हर बार ₹2000 का जुर्माना भरना पड़ सकता है। आईए और जानते हैं नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से।

क्यों लगता है ओवर स्पीडिंग पर जुर्माना, जानिए नीचे की लेख में

बता दे की बहुत सारे व्यक्ति के मन में ये सवाल उत्पन्न हो रहा होगा कि आखिर क्यों सरकार ओवर स्पीडिंग करने पर फाइन चार्ज करते हैं। वहीं इसके पीछे का कारण यह है कि भारत में ज्यादातर जितने भी एक्सीडेंट वर्तमान समय में होता हुआ देखा जाता है। उनकी वजह का कारण ओवर स्पीडिंग ही है। वहीं तेज रफ्तार पर दौड़ने से इमरजेंसी में ब्रेक लगाने पर ज्यादा समय लगता है। जिससे सड़क हादसे की संभावना बढ़ जाते हैं। वहीं कई बार तो यहां तक देखा गया है कि व्यक्तियों को अपनी जान भी गंवना पड़ा है।

अब 90 दिन के भीतर भरना होगा चालान।

जैसा कि आप सभी को पता होगा कि सरकार की टेक्नोलॉजी इतनी विकसित हो गई है कि अब ऑनलाइन ही गाड़ी का चालान काट दिया जाता है। आप सभी को बता दे की बिहार परिवहन विभाग ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर रहा है। अब गाड़ी मालिकों को 90 दिनों के भीतर अपने चालान का भुगतान करना ही होगा। अगर ऐसे नहीं करते हैं तो उनके वाहन को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा।

ब्लैक लिस्ट में डाले जाने के बाद यह वाहन फिटनेस टेस्ट, प्रदूषण जांच और ओनरशिप ट्रांसफर जैसी आवश्यक सेवाओं के लिए इस्तेमाल भी नहीं आ सकेंगे।

ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया में बदलाव

बता दे की सरकार की तरफ से ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया को सरल और आधुनिक बनाया गया है। RTO TEST की अनिवार्यता को समाप्त किया गया है। अब मान्यता प्राप्त प्राइवेट ड्राइविंग स्कूल के जरिए भी टेस्ट देकर लाइसेंस को बनवा सकते हैं। इसके साथ ही स्कूलों को मान्यता के लिए एक एकड़ जमीन और आधुनिक टेस्टिंग सुविधा भी रखना होगा।

इसके अलावा लर्निंग लाइसेंस बनवाने के लिए आपको ₹200 के शुल्क देने होंगे। इंटरनेशनल लाइसेंस परमिट के लिए ₹1000 के शुल्क देने होंगे। परमानेंट लाइसेंस बनवाने के लिए ₹200 के शुल्क देने होंगे। इसके साथ ही रिन्यूअल फीस भी ₹200 तक रखा गया है।

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