Traffic New Rules : अगर आप भी टू व्हीलर बाइक चलाते हैं तो आप सभी बाइक चालकों के लिए एक बहुत ही बड़ी खुशखबरी की खबर निकलकर आ रहा है। बता दे कि आप बिना हेलमेट के बाइक चलाने पर भी चालान नहीं काटा जाएगा। ऐसे में आईए जानते हैं और जानकारी नीचे की लेख में विस्तार से।
बता दे कि हमारे भारत देश में सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार समय-समय पर कई सारे नए नियम लागू करते रहते हैं। खासकर टू व्हीलर वाहनों के लिए बता दे कि हेलमेट पहनना वर्तमान समय में सड़क सुरक्षा का सबसे अहम हिस्सा बन चुका है। बता दे की हाल ही में हेलमेट से जुड़ी कुछ नई महत्वपूर्ण घोषणाएं और नियम सामने निकल कर आए हैं। जिनका मकसद बाइक चालकों और पीछे बैठने वाले व्यक्तियों की सुरक्षा को पहले से बेहतर बनाना है। बता दे कि आप बिना हेलमेट के बाइक चलाना महंगा पड़ सकता है और इस सेवा केवल चालान कटेगा। बल्कि कई राज्यों में आने सकते कम भी उठाए जा रहे हैं।
बता दे कि यह नई गाइडलाइन खासकर बाइक चालकों के लिए लागू किया गया है। जो सड़क सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन करने का संदेश देते हैं। वहीं नए नियमों में कुछ अतिरिक्त सुधार और कड़े प्रावधान शामिल किए गए हैं। जिनका मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना और आम जनता को सुरक्षित रखना है। बता दे कि यह नियम 2025 से प्रभावित होने लगे हैं और इसके तहत आईएसई सर्टिफिकेट हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिए गए हैं। आईए और जानते हैं नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से।
Traffic New Rules : बिना हेलमेट के चालान कटने के नए नियम
बता दे कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने मोटर वाहन नियम 1989 में संशोधन करते हुए दो पहिया वाहन चालकों के लिए बहुत ही बड़ा बदलाव कर दिए हैं। वही आप बिना उचित आईएसआई सर्टिफिकेट हेलमेट के बाइक चलाने पर मोटे चालान के साथ ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड करने तक प्रावधान है। वहीं इसके अलावा दोपहिया , वाहन निर्माता कंपनियों पर भी यह जिम्मेदारी डाले गए हैं की वे नई बाइक खरीदते समय दो हेलमेट अनिवार्य रूप से उपलब्ध करना जिससे चालक और उसके पीछे बैठने वाले दोनों व्यक्ति सुरक्षित हो सके। आईए और जानते हैं नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से।
बता दे कि इस नए नियम के तहत हेलमेट को भारतीय मानक ब्यूरो के टाइम मानकों के अनुसार होना बहुत ही आवश्क हैं। ऐसे में केवल वही हेलमेट मान्य होगें जिन पर ISI मार्क होगा और सुरक्षा मानको जैसे असर गहनता, फोम की मोटाई आदि पूरी होगें।
बता दी की सरकार ने इस सुरक्षा नियम को कड़ाई से लागू करने के लिए नो हेलमेट, नो फ्यूल जैसे अभियान भी आरंभ कर दिए हैं। जैसे कि उत्तर प्रदेश राज्य में यह कड़ा कदम उठाए गए हैं। वहीं यहां बिना हेलमेट पेट्रोल पंप पर ईंधन नहीं मिलेगें। आईए और जानते हैं नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से।
Traffic New Rules : हेलमेट नियमों का पालन क्यों है जरूरी, जानी नीचे की लेख में
- बता दे कि बिना हेलमेट बाइक चलाना गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन सकते हैं।
- वही हेलमेट सिर को चोटों से बचाने का काम करता है और जान बचाने में मददगार होता है।
- बिना हेलमेट पकड़े जाने पर भारी चालान और लाइसेंस सस्पेंशन हो सकते हैं।
Traffic New Rules : मोटर वाहन नियमों में नई अपडेट और जागरूकता
बता दे की सरकार ने हेलमेट से जुड़ी सुरक्षा को बढ़ाने के लिए व्यापक कदम उठाए हैं जो नीचे निम्न है।
- बता दे की दोपहिया वाहन खरीदने पर दो हेलमेट मिलना इस उम्मीद के साथ अनिवार्य हुआ है कि चालक के साथ-साथ उसके पीछे बैठने वाले यात्री भी सुरक्षित रहेंगे।
- वही ISI सर्टिफिकेट हेलमेट का उपयोग न करने पर ₹1000 तक का जुर्माना और लाइसेंस जब्त का प्रावधान है।
- बता दे कि हेलमेट न पहनने पर कई राज्यों में नो हेलमेट नो फ्यूल जैसे अभियान चलाए गए हैं। ताकि बाइक चालकों में जागरूकता आए।
- वही 2026 से नई दो पहिया गाड़ियों में एंट्री लॉक ब्रेकिंग सिस्टम अनिवार्य होंगे। जो दुर्घटना की संभावना को काम करेंगे।
बता दे की सरकार सड़क सुरक्षा को लेकर लगातार नियम कार्य कर रहे हैं ताकि दुर्घटनाओं में कमी लाए जा सके। आई और जानते हैं नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से।
Traffic New Rules : बिना हेलमेट के बाइक चलाने पर क्या होगा प्रभाव
- बता दे की चलन राशि ₹1000 तक हो सकता है जो राज्य अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं।
- वही चालान के अलावा ड्राइवरी लाइसेंस 3 महीने तक निलंबित हो सकते हैं।
- बता दे कि पेट्रोल पंप पर बिना हेलमेट ईंधन नहीं मिलेंगे।
- वहीं सड़क दुर्घटना में हेलमेट न पहनने वाले की बीमा दावा प्रक्रिया प्रभावित हो सकते हैं।
हेलमेट नियमों का पालन कैसे करें, जानिए नीचे की लेख में
- बता दे कि हमेशा आईएसआई मानक वाला हेलमेट पहनना।
- वही नई बाइक खरीदते समय दो हेलमेट लेना सुनिश्चित करें।
- बता दे कि हेलमेट ठीक से पहने, सुरक्षित लगे और नियमित जांच करें।
- वही सरकारी नियमों और जागरूकता अभियानों में सहयोग करें।